बात इतनी सी थी, फ़साना बना दिया
तोड़ कर मेरे दिल को, अफसाना बना दिया ||

टूटे दिल के टुकडो को, देखकर जी रहे है हम
जख्म पहले ही क्या कम था जो नासूर बना दिया
बात इतनी सी थी, फ़साना बना दिया,
तोड़ कर मेरे दिल को, अफसाना बना दिया ||

दिल की कीमत ही नहीं कोई
प्यार का एहसास ही नहीं कोई
भूले वो दिन, प्यार का जिसे नाम दिया
दूर जाने का न कोई शिकवा ना कोई गिला
बात इतनी सी थी, फ़साना बना दिया
तोड़ कर मेरे दिल को, अफसाना बना दिया ||

भुलाये वो साथ बीते पल
बाँहों में बीता हुआ सुहाना कल
आलम है की हम कोई है ही नहीं
बनके अजनबी मेरे दिल को ऐसा जला दिया
बात इतनी सी थी, फ़साना बना दिया
तोड़ कर मेरे दिल को, अफसाना बना दिया ||

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